Shardiya Navratri श्री दुर्गा सप्तशती की आद्या शक्ति

माया तु महाठगिनी। यह संसार एक माया है । सब कुछ माया है । महामाया के अधीन सब कुछ है ।इन वाक्यों को हम सभी बचपन से सुनते आ रहे हैं। लेकिन यह माया या महामाया कौन है । वैष्णव ग्रंथ इसे भगवान विष्णु की क्रियात्मक शक्ति कहते हैं। गीता में भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि मैं स्वयं से …

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Story of Birth of Shriram।श्रीराम जन्म कथा

रामलीला अर्थात प्रभु श्री राम की लीला : ‘रामलीला’ अर्थात् भगवान विष्णु के मर्यादापुरुषोत्तम अवतार श्रीराम के द्वारा की गई लीला। शास्त्रों के अनुसार विष्णु हरेक युग में पृथ्वी पर नर या इंसान का शरीर धारण कर जन्म लेते हैं और पृथ्वी पर अनेक प्रकार के कार्य करते हैं, जिन्हें वैष्णव संप्रदाय में ‘लीला’ कहा जाता है । विष्णु के …

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श्री राम के महान गुरु विश्वामित्र

शुद्ध सनातन धर्म में गुरु को ईश्वर के तुल्य माना गया है। गुरु वो होते हैं जो एक सामान्य इंसान को ही नहीं अवतारी पुरुष को भी उनकी ईश्वरीय सत्ता का साक्षात्कार करा सकते है। यही वजह है कि जब भगवान विष्णु ने भी धरती पर श्री राम और श्री कृष्ण के रुप में अवतार लिया तब उन्हें भी गुरु …

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महाकल्याणी महासंहारिणी शक्ति महाकाली

मां काली जिन्हें महाकाली भी कहा जाता है ,शुद्ध सनातन धर्म की शाक्त परंपरा की सबसे शक्तिशाली, महाकल्याणी और महासंहारिणी नारी ईश्वरीय सत्ता हैं। महाकाली का रहस्य आज भी संसार पूरी तरह से जान नहीं पाया है । आखिर वो कौन हैं जिन्हें एक साथ संहार करने वाला भी माना जाता है और साथ ही कल्याण करने वाली ममयामयी मूर्ति …

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विश्वकर्मा हैं समस्त सृष्टि के रचयिता

शुद्ध सनातन धर्म में प्रत्येक वर्ष 17 सितंबर के दिन विश्वकर्मा भगवान की जयंती मनाई जाती है । हालांकि कई और भी तिथियां विश्वकर्मा जयंती के नाम से प्रसिद्ध हैं। लेकिन आमतौर पर 17 सिंतबर को ही पूरे देश में विश्वकर्मा भगवान की जयंती मनाई जाती है । इस दिन देश के कई भागों में विश्वकर्मा भगवान की पूजा की …

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हनुमान चालीसा क्यों इतनी चमत्कारी है

शुद्ध सनातन धर्म में तुलसीदास जी द्वारा रचित श्री हनुमान चालीसा ऐसा अद्भुत स्त्रोत है जिसे प्रतिदिन पाठ करने से श्री राम, माता जानकी और महावीर हनुमान जी की कृपा सहज ही प्राप्त हो जाती है। समस्त संकटों को दूर कर जीवन में मंगल को लाने वाले इस स्त्रोत की व्याख्या बहुत कम की गई है।  माता सीता की वंदना …

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Navratri: Durga the Supreme Mother,माँ दुर्गा: सभी संकटो को हरने वाली शक्ति

शुद्ध सनातन धर्म इकलौता ऐसा धर्म है जिसमें परमेश्वर को सिर्फ पुरुष रुप में ही नहीं बल्कि स्त्री ( माँ दुर्गा ) रुप में भी दिखाया गया है । ब्रह्मांड की सर्वोच्च ईश्वरीय शक्ति को मातृ रुप में दिखाने की परंपरा सिर्फ सनातन धर्म में ही है । आद्या शक्ति जिनसे समस्त सृष्टि का निर्माण, पालन और संहार होता है, …

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महावीर हनुमान ने दो बार संजीवनी पर्वत उठाया था

शुद्ध सनातन धर्म के महान ग्रंथ वाल्मीकि रामायण में महावीर हनुमान जी की अनेक गाथाओं का वर्णन किया गया है । हम सभी शुद्ध सनातन धर्म में महावीर हनुमान जी के द्वारा लक्ष्मण जी के लिए संजीवनी बूटी लाने की कथा पढ़ते आ रहे हैं। सामान्य कथा यही है कि जब मेघनाद ने लक्ष्मण जी पर शक्तिबाण चला दिया था …

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क्या श्री राम भगवान विष्णु के अवतार मात्र हैं

शुद्ध सनातन धर्म में श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम के रुप में पूजा जाता है । राम भगवान विष्णु के अवतार इसलिए भी कहा जाता है श्री राम का अवतरण ही धर्म की मर्यादा को स्थापित करने के लिए हुआ था । श्री राम ने अपने पूरे जीवन काल में किसी भी प्रकार के अलौकिक चमत्कार नहीं किए और मानव …

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भगवान शिव को 3 अंक से प्रेम क्यों है

वैसे शुद्ध सनातन धर्म में सभी अंको को शुभ माना गया है । जहां दूसरे धर्मों में 13 अंक को अशुभ माना गया है वहीं हिंदू धर्म में 13 अंक यानि त्रियोदशी तिथि को भी शुभ माना गया है और भगवान शिव को अर्पित किया गया है । इसी प्रकार शिव को 3 अंक से प्रेम को लेकर भी सनातन …

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ब्रह्मांड की उत्पत्ति के देवता भगवान सूर्य

भगवान सूर्य को शुद्ध सनातन धर्म में सिर्फ एक ग्रह नहीं माना गया है बल्कि भगवान भास्कर सूर्य को जगत की उत्पत्ति का सबसे महत्वपूर्ण देवता माना गया है। भगवान शिव और श्री हरि विष्णु की आंखे बताया गया है जिससे ये दोनों ही ईश्वरीय सत्ताएं संसार के सभी प्राणियों के कार्यों को देखती हैं। भगवान सूर्य की ऋग्वेद में …

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रामायण स्त्रियों की भक्ति और संघर्ष की गाथा है

क्या कोई ग्रंथ सिर्फ एक ही अवतार की यात्रा हो सकती है क्या और वो भी जब रामायण जैसा महान ग्रंथ की बात हो। रामायण सनातन धर्म के सबसे महान और पवित्र ग्रंथों में है। रामायण सनातन धर्म की आत्मा है। सनातन धर्म विश्व का शायद इकलौता धर्म है जिसमें ईश्वर के स्वरुप की कल्पना न सिर्फ निराकार और साकार …

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श्री राम के क्यों इतने प्रिय हैं महावीर हनुमान

भगवान श्री राम के अनन्य भक्तों में महावीर हनुमान, विभीषण, केवट, शबरी, निषादराज, अंगद, सुग्रीव जैसे असंख्य नाम हैं। लेकिन जो भक्ति महावीर हनुमान जी ने भगवान श्री राम के लिए दिखाई उसका उदाहरण संसार में कहीं भी नहीं मिलता है । महावीर हनुमान जी ने अपने आराध्य श्री राम के लिए जो महान कार्य किए हैं वैसा संसार में …

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शिव और सती के अधूरे प्रेम की करुण कथा

शुद्ध सनातन धर्म में श्री राम-सीता, राधा- कृष्ण, शिव और सती की प्रेम कथा अमर रही है । इन सभी ईश्वरीय सत्ताओ ने अपने प्रेम से पूरे संसार को प्रेरणा दी। परंतु एक और प्रेम कथा थी जो अधूरी रह गई थी जिसका अंत बहुत ही दुखमय रहा। वो कथा है शिव और सती के प्रेम की कथा । इस …

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भगवान श्रीकृष्ण की माताओं की अद्भुत कथा

शुद्ध सनानत धर्म में श्रीकृष्ण की माताओं का श्रीकृष्ण के जन्म में बहुत योगदान है, श्रीकृष्ण के जन्म की कथा को कई महान ग्रंथों में विशेष महत्व दिया गया है । श्रीकृष्ण भगवान श्री हरि विष्णु के पूर्णावतार माने जाते हैं और भगवान श्री विष्णु अपनी 16 कलाओं के साथ पृथ्वी पर श्री हरि कृष्ण के रुप में अवतरीत हुए …

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