शुद्ध सनातन धर्म में आद्या शक्ति से उत्पन्न जिन दस महाविद्या के स्वरुपों का वर्णन है ,उसमें 5वीं महाविद्या हैं, माँ भैरवी या माँ त्रिपुर भैरवी। महाविद्या से तात्पर्य ही है, ऐसी शक्तियाँ जो माया या अविद्या या अज्ञान से मोक्ष की तरफ ले जाएं। माँ भैरवी भय का स्वरुप हैं। लेकिन अपने भक्तों और संतानों के लिए वो माँ स्वरुप हैं। माँ भैरवी को त्रिपुर भैरवी भी कहा जाता है, क्योंकि वो त्रिपुर अर्थात हमारे शरीर के अंदर विद्यमान तीन स्थितियों जाग्रति, स्वप्न और सुषुप्ति से पार ले जाती हैं। माँ त्रिपुर भैरवी को भगवान शिव के उपर विराजमान दिखाया गया है। शिव अर्थात पदार्थ अर्थात मां भैरवी हमें पदार्थ स्वरुप जगत से पार ले जाती हैं।
मूलाधार चक्र की अधिष्ठात्रि देवी हैं त्रिपुर भैरवी :
माँ त्रिपुर भैरवी को कुंडलीनि शक्ति का आधार मूलाधार चक्र की अधिष्ठाता देवी कहा गया है। मूलाधार चक्र को जागृत कर वो हमें इस संसार रुपी माया से ज्ञान की तरफ ले जाती हैं। माँ त्रिपुर भैरवी को संहारक शक्ति माना गया है। हालांकि दस महाविद्याओं में कई ऐसी महाशक्तियां हैं ,जो संहार का कार्य करती हैं। जैसे माँ छिन्नमस्ता अचानक संहार करने वाली शक्ति हैं। माँ काली ब्रम्हांड की सर्वोच्च संहारक शक्ति हैं। माँ त्रिपुर सुंदरी प्रलय की साक्षी रहने वाली महाशक्ति हैं।
त्रिपुर भैरवी अज्ञान को दूर करती हैं :
माँ भैरवी हमारे जीवन की वो संहारक शक्ति हैं, जो प्रतिदिन कार्यरत रहती हैं। माँ त्रिपुर भैरवी हमारे शरीर की कोशिकाओं का धीरे धीरे संहार या क्षय करती हैं, ताकि नई कोशिकाओं का निर्माण हो सके। वो हमारी सृजन की शक्तियों को कम करती जाती हैं। हमें वृद्धावस्था की तरफ ले जाती हैं। हमारे अज्ञान का संहार करती हैं। उनकी संहारक क्रिया निरंतर चलती रहती हैं। इस अर्थ में वो निरंतर परिवर्तनशीलता की महाशक्ति हैं जो अवश्यंभावी है। मां त्रिपुर भैरवी हमारे शरीर को जन्म से मृत्यु की तरफ ले जाती वाली महाशक्ति हैं।
Wow, that’s what I was seeking for, what a data! present here at this weblog, thanks admin of this
web page.
Thanks for your appreciation.
You actually make it seem so easy with your presentation but I find this
topic to be actually something which I think I would
never understand. It seems too complex and very broad for me.
I’m looking forward for your next post, I’ll try to get the hang of it!
Thanks to my father who shared with me concerning this blog, this website
is in fact awesome.
Thank you so much