श्रीकृष्ण के जन्म की असली तिथि क्या है | What is the real date of birth of Shri Krishna

सनातन धर्म में श्रीकृष्ण को भगवान विष्णु का पूर्ण अवतार माना जाता है । भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण के रुप में द्वापर युग में अवतार लिया था और धर्म की संस्थापना के लिए दुष्टों का संहार किया था। आम तौर पर श्रीकृष्ण के अवतरण या जन्म की तिथि भाद्रपद के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि की रात को माना जाता है …

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रावण ब्राह्म्ण नहीं था, वो मनुष्य भी नहीं था Ravana was not a Brahmin, He was not even a Human

सनातन धर्म के सबसे महान महाकाव्यों में एक रामायण में रावण को एक खलनायक की तरह दिखाया गया है । कुछ लोगों का ये मानना है कि रावण एक मनुष्य था और उसकी जाति ब्राह्म्ण थी। शुद्ध सनातन में आज हम इस बात को देखते हैं कि क्या सच में रावण ब्राह्म्ण था और मनुष्य जाति से संबंध रखता था? …

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THE RISE OF KALIYUGA। कलियुग में क्या होगा?

सनातन हिंदू धर्म की मान्यता के चारों युगों सतयुग , त्रेता, द्वापर और कलियुग में धीरे धीरे धर्म की हानि होती जाएगी। इसका जिक्र हमारे सनातन ग्रंथों में बार- बार आता है । महाभारत, श्रीमद्भागवत पुराण, विष्णु पुराण और कई अन्य बाद के ग्रंथों जैसे रामचरितमानस में कलियुग के प्रभावों का वर्णन विस्तार से किया गया है। शुद्ध सनातन आपको …

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क्या हिंदू लिंग और योनि की पूजा करते हैं ?

सनातन धर्म ही नहीं संसार के कई प्राचीन धर्मों में लिंग और योनि की पूजा की जाती है। कई कबीलाई धर्मों में भी लिंग और योनि की पूजा का प्रचलन है। सनातन हिंदू धर्म में हजारों वर्षों से भगवान शिव के लिंग की पूजा करने का प्रचलन है। लिंग पूजा के अलावा शाक्त मत में योनि पूजा का भी जिक्र …

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द्रौपदी के जीवन की कहानी | Draupadi life Story | Mahabharat

सनातन धर्म में द्रौपदी को पांच प्रातः स्मरणीय नारियों में पूजा जाता है । महाभारत के सबसे सशक्त चरित्रों में द्रौपदी का स्थान बहुत ऊँचा रहा है । महाभारत में द्रौपदी के जीवन और उनके कार्यों के बारे में बहुत कुछ लिखा गया है । द्रौपदी कौन थीं? द्रौपदी का जीवन इतना संघर्षमय क्यों रहा और द्रौपदी के जीवन से …

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 निर्जला एकादशी व्रत – त्याग की पराकाष्ठा का महापर्व

सनातन धर्म में एकादशी व्रत की महिमा सभी वैष्णव ग्रंथों में गायी गई है। विशेषकर निर्जला एकादशी या भीमसेनी एकादशी का महत्व सभी एकादशी व्रतों में सबसे ज्यादा है । निर्जला एकादशी व्रत का सबसे प्रथम उल्लेख महाभारत में मिलता है। एकादशी व्रत का क्या महत्व है? मनुष्य हमेशा से द्वंद्वों  में फंसा रहा है । अनादि काल से व्यक्ति …

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 गंगा दशहराः गंगा के अवतरण की कथा

सनातन धर्म में गंगा को सबसे पवित्र नदी माना गया है । गंगा को देवी कहा जाता है । गंगा एकमात्र ऐसी दिव्य नदी हैं जो आकाश, पृथ्वी और पाताल तीनों स्थानों पर प्रवाहित होती हैं। गंगा नदी का वर्णन सबसे पहले ऋग्वेद के दशम मंडल के नदी सूक्त में मिलता है। गंगा के पृथ्वी पर अवतरित होने की कथा …

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लव और कुश कौन थे ? Luv and Kush

श्रीराम का चरित्र और उनकी कथा का पूरे संसार में प्रचार होता रहता है । श्रीराम के द्वारा सीता त्याग की कथा एक विवादास्पद मोड़ है, जब श्रीराम लोकापवाद की वजह से सीता का त्याग करते हैं और वाल्मीकि के आश्रम में श्रीराम और सीता के पुत्रों लव और कुश का जन्म होता है। वाल्मीकि रामायण के बालकांड में लव-कुश …

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Mahabharat-Fact Checks : महाभारत को लेकर गलतफहमियां

महाभारत सनातन धर्म के सबसे प्रमुख धार्मिक ग्रंथों में एक है । महाभारत करीब 1 लाख श्लोकों का ग्रंथ है जिसमें हजारों कथाएं दी गई हैं। महाभारत में कई ऐसी कथाएं हैं जिनको लेकर भ्रम की स्थिति है। कई ऐसी कथाएं भी हैं जिनका वर्णन महाभारत में नहीं है, लेकिन वो लोककथाओं के माध्यम से जनता में प्रचलित हैं। महाभारत …

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रामायण की कथाओं को लेकर गलतफहमियाँ Ramayan and Fact Checks

रामायण सनातन हिंदू धर्म का एक प्राचीन ग्रंथ है, जिसमें श्रीराम के जीवन का चरित लिखा गया है। श्रीराम को विष्णु का अवतार माना जाता है और सारा संसार उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम के नाम से पूजता है। रामायण की संक्षिप्त कथा रामायण की रचना महर्षि वाल्मीकि ने की थी और आज पूरे विश्व में हज़ारों भाषाओं में रामायण का अनुवाद …

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सूर्य देव कौन हैं? क्या ये वही सूर्य हैं जो आकाश में चमकते हैं?

सूर्य को ‘आदि देव’ भी कहा जाता है। ‘आदि देव’ का अर्थ होता है जो सृष्टि के निर्माण में सबसे पहले उत्पन्न होने वालों में हों। अजन्मा और ‘आदि देव’ होने में एक बहुत बड़ा फर्क ये है कि अजन्मा कभी जन्म नहीं लेते और कभी उनकी मृत्यु नहीं होती। संसार में निराकार ईश्वर के अलावा कोई ऐसा नहीं है …

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श्रीराम की मृत्यु कैसे हुई? How Rama Died?

संसार में हरेक प्राणी जिसका जन्म होता है, उसकी मृत्यु निश्चित है। ईश्वर को छोड़कर संसार के सभी जड़ और चेतन नाशवान हैं। सिर्फ ईश्वर अमर हैं। तो प्रश्न उठता है कि श्रीराम तो ईश्वर के अवतार थे तो फिर क्या उनकी भी मृत्यु हुई थी या फिर वो आज भी अमर हैं? सनातन धर्म में नारायण को ईश्वर का …

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श्रीकृष्ण की मृत्यु कैसे हुई थी। How Sri Krishna Died?

भगवान  नारायण के अवतार माने जाते हैं और सनातन धर्म में भगवान विष्णु के 24 अवतारों में वो पूर्ण अवतार थे । उन्हें सनातन धर्म के ग्रंथों में परम पुरुष और परमात्मा कहा गया है। भगवान श्रीकृष्ण ने द्वापर युग में पृथ्वी पर जन्म लिया था और 125 वर्ष की आयु होने पर उनकी मृत्यु हुई थी। सनातन धर्म के …

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मकर संक्रांति: एक राष्ट्रीय पर्व | Makar Sankranti: A National festival !

सनातन धर्म में वैसे तो बहुत सारे त्योहारों और तिथियों का अपना महत्व है, लेकिन मकर संक्रांति एक ऐसा पर्व है, जो संभवतः सनातन धर्म और भारत की राष्ट्रीयता को सबसे बेहतर तरीके से प्रदर्शित करता है। यह पर्व न केवल भारत की प्राचीन सांस्कृतिक एकता को दिखाता है बल्कि  ये भारत की धार्मिक विविधता में एकता का भी अद्भुत …

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श्रीकृष्ण को गांधारी ने क्यों दिया था शाप ? Why Gandhari Cursed Krishna?

श्रीकृष्ण को महाभारत का नायक माना जाता है । महाभारत के पात्रों, उसके रचयिता व्यास और बाद के ऋषियों, मुनियों और विद्वानों ने भी श्रीकृष्ण को ही महाभारत के युद्ध का नायक और सूत्रधार बताया है।  इसके बावजूद महाभारत में ही एक ऐसी तपस्विनी महिला थीं, जिन्होंने श्रीकृष्ण को महाभारत के युद्ध का खलनायक और ‘युद्ध अपराधी’ बताया था। उस …

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